यू तो इंसान की उपलब्धिया सामाजिक और वैज्ञानिक रूप से जबरदस्त हैं। लेकिन भारत अपने गौरवशाली अतीत के बावजूद कई देशों की वैज्ञानिक प्रगति से पिछड़ा हुआ है। एक सबसे महत्वपूर्ण कारण ये है की बरसो तक अपने देश के कई वर्गों को उनके हक़ों से वंचित रखा गया और उनकी प्रतिभा को आगे नहीं आने दिया गया। जाती में बटे समाज के कारण कई विज्ञान की खोज की मौत उनके जन्म से पहले ही हो गयी। हालांकि आधुनिक विश्व के निर्माण में दुनिया भर में विदेशों में बसे भारतीयों की उपलब्धिया सभी के द्वारा प्रशंसित हैं। इससे ये स्पष्ट है की जाती व्यवस्था ने भारत के विकास को भ्रष्ट कर रखा है।
हालांकि भारतीय वैज्ञानिक तकनीकी उपकरणों के नवीनतम प्रयोग करते रहते हैं और सफल भी होते है, लेकिन फिर भी वे उनके खाते में एक भी स्वदेशी नवाचार (innovation) का दावा नहीं कर सकते हैं। डिजिटल युग में भी भारतीय जाति की बाधाओं को पार करने में असमर्थ है। हम शीर्ष 200 वर्ल्ड क्लास शैक्षिक संस्थानों के भीतर कहीं नहीं हैं। लेकिन हम शर्मनाक तरीके से शीर्ष भ्रष्ट राष्ट्र है। चार्वकस, गौतम बुद्ध, और आधुनिक सामाजिक विचारकों की तरह की तरह सफ़ेद अतीत से कई सुधारकों जैसे की महात्मा ज्योतिबा फुले, बाबासाहेब अम्बेडकर तक सभी ने समाज की बुराइयों को, जैसे की जाती की श्रेष्ठता और जन्म के आधार पर सामाजिक स्थिति में हीनता और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वे सफल भी हुए, मगर अफ़सोस की जाती का ये जहेर अभी भी समाज में फैला हुआ है।
वे डॉक्टर अम्बेडकर ही थे जिन्होंने आज से ७५ साल पहले ख़ुद को जाती के बंधनो से मुक्त कर दिया। अपने महान शोध पत्र "Annihilation Of Caste" में जातिगत कट्टरता, जाती मूर्खता और जातिगत-ग़ुलामी के ख़ात्मे की जो बात डॉक्टर अम्बेडकर ने की थी इनसे हम समझ साकेत है की वे आधुनिक दुनिया के सबसे प्रगतिशील विचारक थे। वे समानता और भाईचारे के महान आदर्शो पर भारत का निर्माण करना चाहते थे। लेकिन दुःख की बात है की आज़ादी के इतने साल बाद भी हमारे देश में एक दूसर बाबा साहेब अम्बेडकर पैदा नहीं हो पाए, या यू कहिए की किसी ने पैदा नहीं होने दिया।
अब ये हमारा, यानी की नयी पीढ़ी का दायित्व है की हम बाबा साहेब अम्बेडकर के अधूरे सपने को पूरा करे। आज हमारे पास सूचना के कई माध्यम है। हम दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर अपनी बात कर सकते है और अपने विचार रख सकते है। मेरा आज की इस पीढ़ी से अनुरोध है की वे "जाती मुक्त भारत" के निर्माण में निम्न लिखित कार्यों में से किसी भी कार्य में योगदान दे के इस महान कार्य में सहभागी बने।
- SPREAD THE MESSAGE
- GIVE UP CASTE
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